Ramsewak gupta

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लेखनी प्रतियोगिता -06-Nov-2021सतरंगी सपने

सतरंगी सपने-----

कविता-------
सतरंगी सपने होते हैं कुछ सजीव कुछ विचित्र
पुरुष महिला और बच्चे हरेक इसकी जद में गिरफ्त
ज्यादातर स्वप्निल सपने चित्त को भरमाने वाले होते हैं
धन वैभव की लालसा से ओतप्रोत स्वप्न मनोदशा को मोड़कर
नई दुनिया में तहलका मचाने को प्रेरित करते हैं।।
मान सम्मान,यश अपयश और पद प्रतिष्ठा की परवाह नहीं करते।
सिर्फ एक सनक हावी रहती है कि सतरंगी जहां में
अपना दबदबा कायम रहे।।
दूसरी तरफ कुछ मेहनतकश लोग सब्र का प्याला पीकर विजय का स्वाद चखते हैं।।
**रामसेवक गुप्ता**
लेखनी काव्य प्रतियोगिता हेतु---६-११-२०२१

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9 Comments

Zakirhusain Abbas Chougule

08-Nov-2021 07:05 PM

Nice

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बहुत अच्छे 👌👌

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Ramsewak gupta

08-Nov-2021 03:47 PM

Very thankful

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Swati chourasia

06-Nov-2021 06:34 PM

Very nice 👌

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Ramsewak gupta

08-Nov-2021 03:47 PM

Very thankful

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